संसाधन भूगोल के इस लेख में 'Ganne Ki Kheti' के बारे में जानकारी दी गई है। इस लेख में आपको Ganne Ki Kheti से सम्बंधित महत्वपूर्ण सवालों जैसे Ganne Ki Kheti के लिए आवश्यक भौगोलिक दशाएँ कौन-कौन सी होती है?, Ganne Ki Kheti Sabse Jyada Kahan Hoti Hai? और गन्ने के प्रमुख उत्पादक देश कौन-कौन से है? आदि के जवाब मिलेंगे।
Ganne Ki Kheti के लिए आवश्यक भौगोलिक दशाएँ
- गाना बाँस वनस्पति का वंशज माना जाता है। गन्ने के लिए उपयुक्त नम वातावरण उष्ण व उपोष्ण कटिबंधीय क्षेत्रों के मैदानी अथवा पठारी भागों में मिलता है।
- इसके लिए औसत 21℃ से 27℃ तापमान तथा 75 से 150 सेमी तक वर्षा अपेक्षित होती है। गर्मियों में पौधे को बढ़ने के लिए अधिक नमी की आवश्यकता होती है। बाद में विशेष रूप से रस संग्रह तथा पकने के समय साफ आकाश और उच्च तापमान का होना आवश्यक होता है, जिससे पोरियों में अधिक और मीठा रस भर सके। इसलिए उष्णकटिबंधीय सवाना क्षेत्र जहाँ वर्षा के बाद अपेक्षाकृत अधिक अनुकूल तापमान मिलता है, इसके लिए अधिक आदर्श होता है। कम तापमान रहने पर फसल देर से पकती है। इससे उत्पादन ऋतु लंबी हो जाती है।
- फसल तैयार होने में प्रादेशिक अंतर पाया जाता है। उत्तर भारत में 9-10 महीने से लेकर क्यूबा में 15 महीने तथा हवाई द्वीप में 20-22 महीने लगते हैं। उपोष्ण, शीतोष्ण क्षेत्र जहां पाला अधिक पड़ता है, वहां इसकी सफल कृषि नहीं हो पाती है।
- सुप्रवाहित नीची मैदानी अथवा पठारी भूमि गन्ने की फसल उगाने, सिंचाई करने तथा परिवहन साधनों के विकास के लिए अनुकूल रहती है। गन्ने के कुल भार की 9% से 12% चीनी मिलती है।
- गन्ने की फसल कई प्रकार की मिट्टी में उगाई जाती है। परंतु सुप्रवाहित गहरी उपजाऊ मिट्टी तथा बाढ़ के कारण आने वाले शिल्ट पर इसकी कृषि उत्तम होती है। गंगा-यमुना मैदान की चीका तथा सित्ता दोमट, दक्षिण भारत व जावा की लावाजनित मिट्टी, क्यूबा की चूना-पत्थर मिट्टी तथा कई प्रदेशों की काँप मिट्टी में गन्ने की फसल उगाई जाती है।
- Ganne Ki Kheti में रोपने, निराने-गोड़ने, पानी देने, काटने, कारखानों के लिए तैयार करने इत्यादि सभी कार्य के लिए प्रचुर श्रम की आवश्यकता होती है। संयुक्त राज्य अमेरिका तथा अन्य देशों में पंक्तियों में रोपने, गोड़ने, निराने, काटने, साफ करने इत्यादि कार्यों में मशीनों का उपयोग किया जाता है परंतु अधिकांश देशों में मानव श्रम का उपयोग अधिक होता है।
विश्व में गन्ने का उत्पादन तथा वितरण
गन्ना अधिकांशतः उन प्रदेशों में पैदा होता है जिनका पूर्णतया औद्योगिकरण नहीं हो पाया है। इसके मुख्य उत्पादक क्षेत्र भारत, इंडोनेशिया, न्यूजीलैंड, अर्जेंटीना, कोलंबिया, क्यूबा, जावा, ब्राजील, चीन, ताइवान, थाईलैंड, ऑस्ट्रेलिया, फिलिपींस, हवाई द्वीप, स्पेन, मॉरीशस आदि है।
1. भारत
भारत में विश्व का 20% गन्ना पैदा होता है किंतु भारत का गन्ना दूसरे देशों की तुलना में बहुत पतला होता है, इस कारण इससे रस कम निकलता है। उत्तम बीज, खाद और आधुनिक उपकरणों के अभाव के कारण भी यहां प्रति हेक्टेयर गन्ने का उत्पादन दूसरे देशों की तुलना में बहुत कम है। भारत में गन्ना गंगा की घाटी में पर्याप्त होता है। इन प्रदेशों में भी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और उड़ीसा चारों मिलकर भारत में पैदा होने वाले कुल गन्ने का 55% उत्पादन करते हैं।
भारत के उत्तरी भाग में गन्ना अधिक पैदा किया जाता रहा है। इसका मुख्य कारण उपजाऊ भूमि, सिंचाई की सुविधा, पाले का अभाव और घनी जनसंख्या आदि स्थितियों का यहां पर पूर्णता उपलब्ध होना है। सर्वोत्तम श्रेणी का गन्ना दक्षिण भारत में पैदा होता है। अतः दक्षिण भारत में गन्ने की कृषि का तेजी से विस्तारण हुआ है। गन्ने की उत्तम पैदावार आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक आदि राज्यों से प्राप्त होती है।
2. क्यूबा
विश्व में गन्ना उत्पादक देश में क्यूबा का भी महत्वपूर्ण स्थान है। यहां गन्ने के बड़े-बड़े खेत पाए जाते हैं। गन्ने के लिए उपयुक्त जलवायु, उपजाऊ भूमि, सस्ता श्रम और प्राकृतिक वातावरण के अनुकूल होने के कारण इस देश में कुल भूमि के एक बहुत बड़े भाग पर इसकी कृषि की जाती है। क्यूबा में गन्ना मध्य पश्चिमी क्षेत्र, कामगुए तथा ओरियंट राज्यों में पैदा किया जाता है।
क्यूबा के कुल निर्यात का 80% निर्यात शक्कर का होता है। वर्षों पूर्व यहां होने वाला शक्कर का सारा उत्पादन संयुक्त राज्य एवं कनाडा को निर्यात किया जाता था किंतु अब अधिकांश शक्कर रूस व पूर्वी यूरोपीय देशों एवं पश्चिमी यूरोप के देशों को निर्यात की जाती है। यह यहां की अर्थव्यवस्था का मूल आधार है।
3. इंडोनेशिया
इंडोनेशिया में गन्ने का अधिक उत्पादन होने का मुख्य कारण यहां जलवायु पर्वत की उपजाऊ मिट्टी, आर्द्र और गर्म जलवायु एवं गन्ने में अधिक रस की मात्रा, घनी आबादी के कारण सस्ते श्रमिक, कृषि के नवीनतम साधनों का उपयोग आदि है। यहां गन्ना जावा के उत्तरी तटीय मैदान और पूर्वी भाग में पैदा किया जाता है। यहाँ शक्कर की मिलें गन्ना पैदा करने वाले प्रदेशों में ही स्थित है।
4. अमेरिका
संयुक्त राज्य अमेरिका में गन्ने की कृषि मुख्यतः दक्षिण-पूर्वी भाग में की जाती है। मिसिसिपी नदी का डेल्टा एवं घाटी के उपजाऊ कछार मिट्टी के मैदान इसके लिए विशेष रूप से उपयुक्त है। लूसियाना में सबसे अधिक गन्ना पैदा किया जाता है। दक्षिणी मिसिसिपी, दक्षिणी अलाबामा और फ्लोरिडा गन्ने के मुख्य उत्पादक क्षेत्र है। लूसियाना राज्य देश की आवश्यकता की 15% चीनी का उत्पादन करता है। इन गन्ना उत्पादक क्षेत्रों को 'सेंट्राल' कहा जाता है।
5. दक्षिणी अमेरिका
दक्षिण अमेरिका के गुयाना में गन्ने की कृषि की जाती है। यहां की 'धमरारा शक्कर' प्रसिद्ध है। गन्ना यहां के तटीय प्रदेशों में पैदा किया जाता है।
FAQs
- गेहूँ की खेती' के लिए आवश्यक भौगोलिक परिस्थितियाँ तथा प्रमुख उत्पादक देश
- कहवा (कॉफी) की खेती के लिए भौगोलिक दशाएँ तथा इसके प्रकार
- भारत व विश्व में चाय की कृषि की भौगोलिक दशाएँ, वितरण और उत्पादन
- 'चावल की खेती' के लिए आवश्यक भौगोलिक दशाएँ
- कपास की खेती
- एस्किमो जनजाति के बारे में पूरी जानकारी
- कालाहारी मरुस्थल के 'सान बुशमैन'
- भारत की नागा जनजाति: अर्थव्यवस्था, समाज और संस्कृति
- कांगो बेसिन की 'पिग्मी जनजाति'